क्या दिन खुशी का आया
क्या दिन खुशी का आया,
रहमत का बादल छाया,
दुनिया का मुन्जी आया, आ हा हा हाल्लेलुयाह।
1. एक दूत मरियम पास आया, बोला जन्मेगी तू बेटा,
नाम उस का यीशु रखना आ हा हा हाल्लेलूयाह ।
2. पूरब से निकला तारा, जिसने किया इशारा,
रास्तों का बना सहारा, आ हा हा हाल्लेलूयाह ।
3. स्वर्गदूत ज़मीन पर आये, परमेश्वर वचन सुनाये,
चरनी में यीशु आए, आ हा हा हहाल्लेलूयाह।
4. वो आया प्रेम बढ़ान, दुखों को दूर भागने,
पापों से मुक्ति दिलान, आ हा हा हाल्लेलूयाह।
Kya Din Khushee Ka Aaya
Kya din khushee ka aaya,
Rahamat ka baadal chhaaya,
Duniya ka munjee aaya, aa ha ha haalleluyaah…
1. Ek doot mariyam paas aaya, bola janmegee too beta,
Naam us ka Yeeshu rakhana aa ha ha haallelooyaah .
2. Poorab se nikala taara, jisane kiya ishaara,
Raaston ka bana sahaara, aa ha ha haallelooyaah .
3. Svargadoot zameen par aaye, parameshvar vachan sunaaye,
Charanee mein yeeshu aae, aa ha ha hahaallelooyaah.
4. Vo aaya prem badhaan, dukhon ko door bhaagane,
Paapon se mukti dilaan, aa ha ha haallelooyaah.
नमस्कार मेरे प्यारे मसीह में भाइयो और बहनों | आइए इस गीत को समझते हैं और इसका अर्थ निकालते हैं।
गीत की शुरुआत “क्या दिन खुशी का आया, रहमत का बादल छाया, दुनिया का मुन्जी आया, आ हा हा हाल्लेलुयाह।” से होती है। यहाँ पर “दिन खुशी का” का मतलब है कि एक बहुत ही खास और आनंदित दिन आया है, “रहमत का बादल” का अर्थ है कि परमेश्वर की कृपा और आशीर्वाद जैसे बादल छाए हैं, और “दुनिया का मुन्जी” का तात्पर्य है कि इस धरती पर मसीह या उद्धारकर्ता का आगमन हुआ है। “हाल्लेलुयाह” एक प्रशंसा या खुशी का इजहार है।
पहला पद “एक दूत मरियम पास आया, बोला जन्मेगी तू बेटा, नाम उस का यीशु रखना आ हा हा हाल्लेलूयाह।” में, यह बताया गया है कि कैसे एक स्वर्गदूत मरियम के पास आया और उन्हें बताया कि वह एक बेटे की माँ बनेंगी, जिसका नाम यीशु होगा। यह यीशु मसीह के जन्म की भविष्यवाणी है।
दूसरे पद “पूरब से निकला तारा, जिसने किया इशारा, रास्तों का बना सहारा, आ हा हा हाल्लेलूयाह।” में, यह बताया गया है कि यीशु के जन्म के समय पूरब से एक तारा निकला था, जो लोगों को उनके पास ले जाने का इशारा दे रहा था, और यह तारा उनके लिए रास्ता दिखाने में सहारा बना।
तीसरे पद “स्वर्गदूत ज़मीन पर आये, परमेश्वर वचन सुनाये, चरनी में यीशु आए, आ हा हा हहाल्लेलूयाह।” में, स्वर्गदूतों के धरती पर आने और परमेश्वर के वचनों को सुनाने का वर्णन है। चरनी में यीशु के आगमन का उल्लेख है, जो उनके जन्म की घटना को दर्शाता है।
चौथे पद “वो आया प्रेम बढ़ाने, दुखों को दूर भागने, पापों से मुक्ति दिलाने, आ हा हा हाल्लेलूयाह।” में यह बताया गया है कि यीशु का आगमन प्रेम बढ़ाने, दुःखों को दूर करने और पापों से मुक्ति दिलाने के लिए हुआ है।
इस गीत के माध्यम से, यह संदेश दिया जा रहा है कि यीशु मसीह का जन्म इस धरती पर एक बड़े उद्देश्य के लिए हुआ था, जो प्रेम, कृपा, और मुक्ति का संदेश लेकर आया था। इसलिए, यह गीत खुशी, आशा, और परमेश्वर की महिमा का जश्न मनाता है।
Youtube Credit @ YFC Delhi
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